Wednesday, October 8, 2014

A strategy is required for making an Ideal and Digital Panchayat to SIRHA

सिरहा पंचायत को एक मॉडल पंचायत के रूप में बदलना है और एक प्रोजेक्ट के तौर पर कार्य करना एक जरदस्त चुनौती है. 2015 तक गाँव को पूरी तरह से हाई-टेक बना देना और पूरा डॉक्यूमेंट तैयार करना, गाँव में किये जा रहे कार्य के दौरान जो समस्याये आ रही है, उससे लिखकर एक मेकनिज्म तैयार करना जिससे दूसरे गाँव में आसानी से लागू किया जा सके. 2015 तक सिरहा गाँव को और पुरे चंपारण को 2017 तक विकसित कर गांधीजी के 2017 में चंपारण आने का 100 वर्ष पूरा होने पर एक शानदार उपलब्धि होगी.इसके लिए “सिरहा गाँव” एक दिशा-निर्देश का कार्य करेगा.गाँव को जनवरी 2009 से विकसित करने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन अभी तक वह तस्वीर नहीं आ पाया है. अत: यह बहुत जरुरी बन जाता है कि पुरे उर्जा व उचित दिशा-निर्देश में बहुत सारी संस्थाओं का योगदान हो. सर्वे में शिक्षा, स्वास्थ्य व् सरकारी योजनाओं पर कार्य कर समस्या व् समाधान खोजने का प्रयास किया गया, गाँव के दो मध्य विद्यालयों व् दलित बस्ती का मुयाना किया गया और समस्यों को चुनकर उसका हल निकालने का प्रयास किया गया.
सर्वे के दौरान निम्लिखित समस्याओं पर विचार किया गया....   
1.सरकारी योजनाओं का सही आंकड़ा का नहीं होना
2.गाँव के लोगो की उदासीन मानसिकता
3.पुस्तकालय में पुस्तकों का अभाव व् विद्यार्थियों में जागरूकता की कमी
4.कंप्यूटर रहने के वावजूद बिजली के अभाव में संचालन बंद
5.युवाओं की उदासीनता व् दिशा भटकाव
6.स्वास्थ्य चिकित्सकों की अनुपस्थिति एवं लोगों की उदासीनता
7.लोगो के बीच सरकारी योजनाओं के प्रति जागरूकता की कमी
8.सरकारी स्कूलों में प्रबंधन की कमी
9.योग्य शिक्षक की कमी अथवा उचित प्रशिक्षण का अभाव
10.स्कूलों में सरकारी योजनाओ का दुरुपयोग
11.स्कूल सहायता राशी का सही इस्तेमाल नहीं
12.बच्चों के बीच अनुशासन व् जानकारी का घोर अभाव
13.एक हाई स्कूल की आवश्यकता (लड़कियों के शिक्षा हेतु)
14.दलित बस्ती में शिक्षा,स्वास्थ्य व् मानसिकता में कमी
15.सबसे ज्यादा मेहनत की जरुरत है दलित बस्ती में

जरुरत है इसके हल के साथ धरातल पर उतारना ,रणनीति बनाकर पंचायत का मॉडल तैयार करना  

Sunday, September 28, 2014

शहीदे-आज़म वीर भगत सिंह के जन्मदिवस की हार्दिक शुभकामनाएं

वंदेमातरम्,



   प्रथम राष्ट्रीय आन्दोलन द्वारा हमारे देश को आज़ादी मिली और देश के आज़ादी को एक शतक पुड़ने वाले है लेकिन आज भी हम पूरी तरह से न शिक्षित है और न ही संपन्न, न स्वनिर्भर है और न ही शांतिपूर्वक. आज समाज को बनाने वालें कम,समाज को बेचने वाले ज्यादा पैदा हो गए है . समाज को विनष्ट करने वालोँ में तो एकता है लेकिन समाज को बनाने वालोँ में इस भावना का अभाव है. विध्वंसक शक्तियों को एक-दुसरे पर विश्वास है लेकिन रचनात्मक शक्तिया हमेशा शक व् डर की भावनाओं से ग्रसित है.आज हम अपने ही मानसिकताओं का गुलाम हो गए है.
जरा सोचें,क्या हमारें वीर स्वतंत्रता सेनानियों की त्याग व् बलिदान के यही परिणाम है?क्या कभी उनलोगों ने सोचा होगा कि जिस धरती माँ के लिए हम अपनी बलिदान दे रहे है उसके लिए लोग आपस में ही लड़ेंगे?
 अगर समस्याओं और देश की कमियों की लिस्ट तैयार करने बैठ गए तो हमें रोने के अलावे और कुछ नहीं कर सकते . इससे बेहतर है कि की हम कुछ सकारात्मक कदम बढाकर समाज के उन विध्वंसक शक्तियों के प्रभाव को कम करे और हम सब एक होकर स्वं, परिवार, समाज व् देश की दशा- दिशा को उचित निर्णयों द्वारा मजबूत करने का एक बार फिर सामूहिक प्रयास करे. आज पुनः देश को जरुरत है भगत सिंह जैसे नौजवानों की जो जान की परवाह न करते हुए समाज हित में खड़े हो. आज जरुरत है गाँधी जैसे स्वप्नद्रष्टा देशभक्तो की ,जो अपनें स्वार्थों को त्याग करते हुए समाज को एक सकारात्मक दिशा दे. आज आवश्यकता है सुभाष, चंद्रशेखर,पटेल ,राजेंद्र प्रसाद. लक्ष्मीबाई जैसे अनेकों देशभक्तों की.आज आवश्यकता है एक द्वीतीय आन्दोलन की जिसमे हम अपने स्वतंत्रता सेनानियों की ही सपनोँ को पूरा कर दे तो बहुत बड़ी श्रध्दान्जली होगी. उनके सपनों को पूरा करना ही अपने सपनों को साकार करना है.
   आज शहीदे-आज़म वीर भगत सिंह की जन्मदिवस पर हम कम-से-कम स्वं के साथ सिरहा पंचायत को एक आदर्श मॉडल पंचायत के रूप में बदलने का संकल्प ले और 2017 तक पुरे चम्पारण को विकसित कर हम अपनी श्रधांजलि अपने देशभक्तों को दे. आज युवाओं के आदर्श व् रोल मॉडल डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम सिरहा पंचायत में आने के लिए अपनी सहमती दे चुके है और गाँव के सकारात्मक परिवर्तन को खुद देखना चाहते है.ये हमारे लिए गर्व की बात है कि हम एक ऐसे देशभक्त व् महान हस्ती के स्वागत की तैयारी में अपनी योगदान देने जा रहे है जिसके व्यक्तित्व की परिकल्पना मात्र से खून में एक अलग तरह की उर्जा का संचार होने लगता है.अंत में ,हम आपसे सहयोग एवं सहभागिता की आशा करते हुए वीर भगत सिंह के जन्मदिवस को ऐतिहासिक बनाने हेतु आपका हार्दिक स्वागत एवं धन्यवाद करते है.

जय हिन्द !